Kundali Bhagya 18th August 2022: एक दूसरे के करीब दिखे प्रीता और अर्जुन

kundali bhagya 18 august written episode 2022-

Kundali bhagya
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Kundali bhagya today 18 अगस्त के एपिसोड में आपको दिखया गया कि, प्रीता अर्जुन की मरहम पट्टी करने के लिए बहोत ही ज्यादा गुस्से से कमरे में आती है तभी अर्जुन प्रीता को कमरे में आता देख कमरे से बाहर जाने लगता है वहीं वो दादी से कहता है कि आप प्रीता को समझाइए की मुझे इसकी कोई जरूरत नहीं है वहीं प्रीता गुस्से से कहती है कि तुम्हे हाथ मे चोट आई है और तुम इस घर मे मेहमान हो और हम इस घर मे किसी मेहमान की बातें नहीं सुनते इसीलिए तुम चुपचाप यहां बैठो और जिस हाथ मे चोट लगी है वो हाथ आगे करो इसे सुनने के बाद अर्जुन कुछ भी बोले बिना चुपचाप प्रीता के बगल में बैठ जाता है वहीं प्रीता अर्जुन की मरहम पट्टी करती है वहीं अर्जुन के चोट हाथ मे दर्द होता है तभी वो अपना हाथ प्रीता के हाथ से खींच लेता है वहीं प्रीता कहती है कि तुम चुपचाप यहां बैठो नहीं तो ये तुम्हारे हांथो का दर्द जिंदगी भर रहेगा और कहीं ये ना हो की पूरा हाथ ही चला जाय जिसे सुनने के बाद अर्जुन को बहोत बड़ा शॉक लगता है।
वहीं अर्जुन का मरहम पट्टी करने के बाद प्रीता कमरे से चली जाती है जिसके बाद काव्या अर्जुन का हाथ देखने के लिए दौड़ी दौड़ी कमरे में आती है और वो अर्जुन को कहती है आपको चोट क्यों आयी है वहीं अर्जुन कहता है कि मुझे कोई चोट नहीं आयी है मैंने बस ऐसे ही पट्टी बांधी है और आपके मम्मा ने मुझे ऐसे ही पट्टी बांध दी जिसे सुनकर काव्या कहती है, मेरी मम्मी मुझे भी पट्टियां बांधती है लेकिन जब मुझे चोट आती है तब वहीं अर्जुन काव्या से उसकी मम्मी के बारे में और पूछता है वहीं काव्या कहती है हमारी मम्मी पापा से प्यार नहीं करती वो दोनों बस पार्टी में एक दूसरे को साथ दिखाते है लेकिन कमरे में कभी साथ नहीं रहते, मैंने सभी के मम्मी पापा को देखा है वो कितने प्यार से रहते है लेकिन वहीं मेरे मॉम डैड कभी प्यार से नहीं रहते।
जिसे सुनने के बाद अर्जुन को शॉक लगता है लेकिन फिर काव्या कहती है कि आप कुछ करिए न जिससे मेरे मॉम डैड एक हो जाय जिसे सुनने के बाद अर्जुन घबरा जाता है लेकिन काव्या का दिल रखने के लिए वो हां कर देता है वहीं काव्या के कहने पर वो ऋषभ और प्रीता को एक करने के लिए प्रीता के पास जाता है तभी उसे एहसास होता है कि प्रीता और ऋषभ के बीच कोई प्यार नहीं है फिर अर्जुन सोचता है कि पांच साल पहले जब उसेधक्का लगा था तब धक्का मारने वाला कहीं ऋषभ की जगह कोई और तो नहीं था। वहीं अर्जुन अकेले में ऋषभ से मिलने उसके पास जाता है वहीं ऋषभ अर्जुन को बैठने के लिए कहता है और वो कहता है कि आज तुम्हारी वजह से मेरी बेटी को कुछ नहीं हुआ, वहीं अर्जुन कहता है ये तो मेरा फर्ज था और मेरे होते हुए तुम्हारे परिवार को कुछ नहीं होगा।

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