
कुंडली भाग्य के आज 1 अप्रैल के एपिसोड में दिखाया गया, करन कृतिका को होली खेलने के लिए मनाता है लेकिन कृतिका नही मानती है वहीं प्रीता को एक आईडिया आता है जिससे कृतिका खुशी खुशी होली खेले वहीं वो सृस्टि को बुलाती है और उससे कहती मुझे तुमसे एक इम्पोर्टेन्ट बात करनी है वो कहती है आज मैं बहोत खुश हूं वहीं सृस्टि कहती ऐसा क्यों फिर प्रीता कहती है वो पृथ्वी अपनो होली जेल में काट रहा है इससे बड़ी खुशी की बात क्या हो सकती है फिर प्रीता और सृस्टि हसने लगती है जिसके वाद कृतिका को बहोत बुरा लगता है फिर वो करन को दिखाती है वो है तुम्हरी प्रीता वहीं प्रीता उससे कहती है कि अब तुम सबको बताओगी की प्रीता कैसी है और तुम मुझपर जजमेंट पास करोगी और तुम जो भी जजमेंट कर रही हो उससे मुझे कोई भी फर्क नहीं पड़ रहा और तुम्हे ऐसा लग रहा है मैंने सृस्टि से कहा वो तुमने सुन लिया और इस बात से मुझे डर लग रहा है तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है इससे पहले मैंने तुमसे कहा और अब मैं सृस्टि को कह रही हु वाकई आज मैं बहोत खुश हूं क्योकि पृथ्वी जेल में है और वो भी होली के दिन और तो हम तो यही विश करेंगे कि यही होली नहीं अगली होली भी पृथ्वी जेल में काटे। वैसे तो मैं उससे मिलना चाहती थी लेकिन यहां बिजी होने के कारण नहीं मिल पायी यदि मैं उससे मिलती तो कहती कि देखो तुम यहाँ जेल में होली काट रहे हो और तुम्हारी बीबी वहां घर मे होली काट रही है, अरे अब तुम होली नहीं मनाओगी कमरे से बाहर नहीं निकलोगी तो जेल में ही हुई ना और ये बात सुनकर पृथ्वी को कितना बुरा लगता और उसके दिल को कितनी ठेस पहुंचती, काश मैं ये बात जाकर उसे बता पाती लेकिन टाइम नही है मेरे पास, और मेरे अलावा इस घर मे सभी बहोत खुश है और ये मुझे बिल्कुल भी अच्छा नही लग रहा है चलो लेकिन कोई बात नही जब सबको पता चलेगा कि कृतिका आज होली नहीं खेल रही तब सब कितने उदास होंगे और सबकी होली तुम्हारी वजह से बेरंग हो जाएगी तो इसलिए मैं बहोत खुश हूं कि जो मेरा प्लान था कम से कम तुम्हारी वजह से कामयाब होता तो दिख रहा है।
वहीं प्रीता की बातें सुनकर कृतिका को बहोत बुरा लगता है फिर वो कहती है ये गलती से वही मत सोचना की मैं तुम्हारा प्लान कामयाब होने दूंगी होली का त्योहार है सब खुशी खुशी होली मना रहे है मैं भी खुशी से होली मनाऊंगी और जलोगे आप फिर वो लताशा को कहती है चलो हम धूम धाम से होली मनाते है वहीं वो दोनों वहां से चली जाती है वहीं प्रीता सृस्टि बहोत खुश होती है वहीं प्रीता सृस्टि से राखी मां के बारे में पूछती है फिर सृस्टि बताती है कि वो घर के बैक साइड में होंगी मैंने उन्हें वहीं जाते देखा है फिर प्रीता कहती है चल मुझे उनसे कुछ बात करनी है वहीं करन सृस्टि से पूछता है चल क्या रहा है वहीं सृस्टि कहती मैं तो आपको बताना चाहती हूं लेकिन मुझे भी पता नहीं है कि क्या चल रहा है।