
कुंडली भाग्य नाटक के आज के लिखित अपडेट में, कृतिका पृथ्वी से कहती है कि आपके इस हरकत की वजह से मेरी पूरी फैमिली रो रही है, आपको जरा सी भी शर्म नही आई मेरा भरोसा तोड़ते हुवे और मेरी फैमिली का भरोसा तोड़ते हुए वो कहती है मरना मारना आपके यहाँ होता होगा लेकिन हमारे यहां पे नही होता है मेरी फैमिली एक दूसरे से बहोत प्यार करती है और जान बसती है हमारी एक दूसरे में, एक को चोट आती है तो दूसरे को दर्द होता है, वो कहती जिस फैमिली ने इतना प्यार किया उसी फैमिली का भरोसा तोड़ दिया सबकी इतनी बुरी हालत कर दी और वो पृथ्वी से सवाल करती है आखिर क्यों किया ऐसा, लेकिन पृथ्वी कहता है ये सब जो तूने अभी बोला ये सब मेरे ऊपर आरोप है और ये सभी आरोप बेबुनियाद है ये इल्जाम जूठे है मै खुद ऋषभ भैया को बचाना चाहता था वो कहता है कि मैं संदीप को इसलिए मारना चाहता था कि मैं संदीप को मारकर मैं खुद जेल जाकर ऋषभ भइया को बचाना चाहता था मुझ पर विश्वास करो, वहीं कृतिका कहती है कितना गिरेंगे आप एक आदमी इतना गिर सकता है मैने कभी सोचा नही था आप जानते है गलती न मेरी है ये जो भी हो रहा है जितनी गलती आप की है न उतनी गलती मेरी भी है क्योकि मैने आपसे प्यार किया आपसे शादी की और भरोसा किया था आप पर मैने, सबने बोला था मत कर इससे शादी प्रीता ने बोला था घटिया इंसान है लेकिन मैं ही पागल थी जो कि तुमसे शादी की। फिर पृथ्वी वहां रखा चाकू उठता है और कृतिका के गर्दन पर रख देता है और कहता है बहोत पॉवरफुल इंसान हूं अभी इसी वक्त यहां से गायब हो जाऊंगा और किसी को पता भी नहीं चलेगा और कोइ मेरा कुछ उखाड़ नहीं पायेगा मेरे लिए ये दाएं हाथ का खेल है वो कहता है मैं चाहूं तो कल जैसे ही ऋषभ जी जेल से छूटते है तो मैं उनका काम तमाम करा सकता हूं और महेश ऐसे ही कमजोर है और करन भी डिप्रेसन में है लेकिन मैं ऐसा कुछ नही करूँगा तुम जानती हो क्यों क्योकि मैं तुमसे प्यार करता हूँ फिर कृतिका सोचती है कि मैं इसके अकॉर्डिंग काम करती हूं और अपने फैमिली की मदद कर सकूं, फिर पृथ्वी को वो झूठ प्यार दिखाने लगती है और वो खुश हो जाता है और बाथरूम में जाता है फिर वो किसी को कॉल करके बुलाता है वो कहता है जल्दी कार लेकर लूथरा हाउस आओ मैं और कृतिका यहां से भागेंगे जो कि कृतिका सुन जाती है और एक पेपर पर ये सब लिख कर दरवाजे के बाहर फेंक देती है उसके बाद पृथ्वी आकर अपना प्लान कृतिका को बताता है फिर वो कृतिका से रस्सियां ढूंढने को कहता है, रस्सियां नही मिलने पर वो बेडसीट को एक दूसरे से जोड़कर नीचे लटका देता है फिर उसकी मदद से दोनों नीचे जाते है लेकिन नीचे प्रीता रहती है और सभी परिवार वालों की मदद से पृथ्वी को पकड़ लेती है और बाद में पुलिस आती है और पृथ्वी को पुलिस स्टेशन ले जाती है और दूसरी तरफ संदीप की गवाही से ऋषभ छूट जाता है।