गिद्धों के बारे में रोचक जानकारी | information about vulture in hindi

गिद्धों के बारे में जानकारी-

गिध्द एक नभ चर प्राणी है ये आम तौर पर छोटे पक्षियों की तुलना से कई गुना अधिक बड़े व भारी होते है इनका शरीर भी बहुत बड़ा होता है ये हल्के भूरे व काले रंग के होते है। और इनकी चोंच टेढ़ी व मजबूत होती है, दुनिया भर में गिध्दों की संख्या लगभग करोड़ो में है। ये मृत जीवो को खाते है और इनकी प्रजातियां अब बिलुप्त होने के कगार पर है, गिध्द शिकारी पक्षियों के अंतर्गत आने वाले मुर्दाखोर पक्षी है। इनका परिवार जिन्हें गिध्द कुल में एकत्र किया गया है ये सभी पक्षियों को दो भागों में बाटा गया है पहले भाग में अमेरिका के कॉन्डर, किंग वल्चर, कॉलीफोर्नियन वल्चर, टर्की बज़र्ड, और अमेरिकी ब्लैक वल्चर होते है और दूसरे भाग में अफ्रीका और एशिया के राज गिध्द, काला गिध्द, चमर गिध्द और गोबर गिध्द इन्ही दो भागों में बांटा गया है। ये कत्थई और काले रंग के भारी कद के पक्षी है ईनकी दृष्टि बहुत तेज होती है और ये किसी बड़े पेड़ के ऊपर अपना बड़ा सा घोसला बनाते है जिसमे मादा गिध्द एक या दो अंडे देती है, तो आईये ईनके बारे में जान लेते है।

भारतीय गिध्द

भारतीय गिध्द पुरानी दुनिया का गिध्द है जो नई दुनिया के गिध्दों की अपेक्षा सुघने की शक्ति भिन्न है यह मध्य और पश्चिम से लेकर दक्षिणी भारत तक पाया जाता है। प्रायः यह प्रजाति खड़ी चट्टानों के श्रंग में अपना घोंसला बनाती है परंतु यह राजस्थान में अपना घोसला पेड़ो के ऊपर बनाते हुवे भी पाए गए है अन्य गिध्दों की भांति यह भी अपमार्जक या मुर्दाखोर होते है और यह उची उड़ान भरकर इंसानी आबादी के नजदीक या जंगलो में मुर्दा पशुओं को ढूढते है, भारतीय गिध्द का शिर गंजा होता है उसके पंख बहुत चौड़े होते है और पूछ के पर छोटे होते है। इनका वजन 5 से 6 किलोग्राम तक होता है।

गिद्ध

गिध्द की कुल प्रजातियां 

गिध्द की कुल लगभग 22 प्रजातीय है इनमे से 15 पुरानी प्रजातियां है और 7 नई और इनमे से कुल 9 प्रजातियां केवल भारत मे पायो जाती है और बाकी सब अन्य देशों में पायी जाती है जैसे- अमेरिका, कैलिफोर्निया, एशिया इत्यादि देशो में पाई जाती है।

गिध्दों का इतिहास-

 गिध्द एक शिकार का डरावना पक्षी है गिध्द स्वछ पर्यावरण के लिए बहुत ही लाभकारी है ये हमारी आस-पास की गंदगी को साफ करते है और मेरे हुवे जीवो को खाकर अपना आहार बनाते है जिससे कि पर्यावरण साफ रहता है और बैक्टीरिया पैदा नही होते गिध्दों की कुल 22 प्रजातीय पायी जाती है जैसे- दाढ़ी वाले गिध्द, किप वल्चर, सिनेरियास वल्चर, हिमानयल वल्चर, भारतीय गिध्द, लाल सिर वाले गिध्द, सफेद पीठ वाला गिध्द, स्वेत प्रदर गिध्द, बेलनाचूंच गिध्द, दीर्घचुंच गिध्द, राज गिध्द, गोपर गिध्द, श्याम गिध्द, यूरेशियन पांडुर गिद्ध, अरगुल गिध्द आदि गिध्दों की प्रजातियां पायी जाती है, इनमे से राज गिध्द सबसे खास माना जाता है जहा पर भी गिध्दों का झुंड उतरता है उसमें एक या दो राज गिध्द जरूर होते है। राज गिध्द का वजन लगभग 8 से 10 किलोग्राम तक होता है, इनके प्रजनन का समय अक्टूबर से मार्च तक होता है। नर और मादा गिध्द एक जैसे दिखाई देते है, गिध्द अब बिलुप्त होने के कगार पर है क्योंकि इनको मनुष्य मार कर खाने लगे है इसलिए इनकी प्रजातियां बिलुप्त हो रही है।

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