मक्खियां जो की लगभग हम सभी के घरों में देखने को मिल जाती और हम इनसे बहोत ही ज्यादा परेशान रहते है।
मक्खी एक शुक्ष्म और साधारण प्रकार का किट पतंग है जिनकी लगभग 80 हजार जातियां पायी जाती है। ये पूरे विश्व मे पायी जाती है। आज इस लेख में मक्खियों के बारे में कई जानकारियों को जानेंगे।
इनका सर गोलाकार होता है और सर के ही ऊपर दो आंख होती है जो इनके सर का ज्यादातर भाग को घेरे रहती है। इनके सिर के निचले और मध्य भाग में दो छोटी छोटी शृंगिकाये होती है और ये कई भाग और अलग अलग आकर की होती है जिसके निचले हिस्से पर ओष्ठ होता है जो कि अंडाकार और झिल्लीदार होता है। ये विशेष रूप से चूसने और भेदने के लिए बना होता है। इनकी टांगे पांच अलग अलग भागों में बंटी होती है और इनके पंख झिल्लीदार होते है इनके पंखों नस बहोत दुर्बल होती है।
मक्खियों के बारे में रोचक जानकारियां-
मक्खियों का वैज्ञानिक नाम डिप्टेरा होता है।
मक्खियां अपने पूरे जीवनकाल में 2000 से भी अधिक अंडे देती है।
मक्खियां अपने पूरे जीवनकाल में 2000 से भी अधिक अंडे देती है।
एक मक्खी अपने जीवनकाल में केवल 22 बार अंडे देती है और इसका जीवन ज्यादा से ज्यादा छह से दस सप्ताह के बीच होता है।
एक साल में सैकड़ो मनुष्य और कई सारे जीव जंतुओं की इनके कारण मृत्यु हो जाती है।
घरेलू मक्खियां एक बार मे लगभग 74 से 150 अंडे देती है।
मक्खियां अपने सूड़ से खाद्य पदार्थो को चूसती है और इन्ही सुंडो की सहायता से भेदन कार्य करती है।
मक्खियां दिन और रात दोनों में उड़ती है और जल और स्थल दोनों स्थान पर रह सकती है।
ये केवल तरल पदार्थ की खाती है और ठोस पदार्थ बिल्कुल भी नही खा सकती।
बधई (bot fly) नाम की मक्खियां सबसे ज्यादा गतिशील होती है क्योंकि ये 50 मिल प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकती है।
नर और मादा मक्खियों में ज्यादातर कोई अंतर नही होता है, कुछ नर मक्खी के शृंगिका में बाल होते है और मादा मक्खी के अपेक्षा इनका संयुक आंख अधिक समीप होता है।
रक्त चूसने की क्रिया ज्यादातर मादा मक्खियां करती है जिससे कि मनुष्यों और जनवरों में रोग फैलने का खतरा होता है।
मक्खियों की टांगे पांच भागो में बटी रखती है और इनके पंख झिल्लीदार होते है।
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Mukhiya ke Pata khane ke pass Kyon rahti haihi