हमारा आँख हमारे शरीर के सभी जरूरी अंगों में से एक है आँख वह इंद्री है जिसकी सहायता से हमें दिखाई देता है।आप सोचते होंगे कि आप सामान्य तरीके से इस लेख को पढ़ रहे हो लेकिन इसके पीछे आपका आंख और आपका दिमाग आपको ये अनुभव दिलाने के लिए क्या क्या करता है ये तो आप जानते ही नहीं, लेकिन आज हम आंख के बारे में बहुत सी जानकारियां और इससे जुड़ी कई सारे रोचक तथ्य जानेंगे।
कैसे काम करती है हमारी आंखे-
हम सबको पता ही है कि हमारी दो आंखे होती है, प्रत्येक आंख 2.5 सेंटीमीटर का एक गोलाकार पिंड होता है जो कि कपाल के नेत्रगर्त में स्थित होता है और इसका छोटा सा भाग ही हमें बाहर की ओर दिखाई देता है इसे हम अक्रखंड कहते है, इसका बीच का भाग कार्निया कहलाता है।जब हमारे आंख पर कोई प्रकाश प्रवेश करता है तब वो सीधा जाकर हमारे आँख के रेटिना पर पड़ती है हमारी आंख जब बाहर की दुनिया को देखती है तब रेटिना पर जो तस्वीर बनती है वो वास्तव में उल्टा होती है और बाद में हमारा दिमाग उसे सीधा दिखता है। आपको बता दे कि अगर कोई बच्चा जन्म लेता है तब उसे सब कुछ उल्टा ही दिखाई देता है।
हमारी आंखों से जुड़े कुछ रोचक तथ्य-
- आपको जानकर हैरानी होगी कि आपका आंख देखने मे तो सिर्फ आठ ग्राम की ऑर्गन दिखती है लेकिन हमरा आंख करीब 2 मिलियन भागों की बनी हुई है यदि आप इसे बढ़ा कर देखोगे तो आपको इसमें करीब बीस लाख पार्ट्स दिखेंगे जो एक साथ मिलकर काम कर रहे है आपको यह दृष्टि देने के लिए। हमारे दिमाग के बाद इसे ही सबसे जटिल भाग माना जाता है और ये धरती के किसी भी कैमरा से ज्यादा शक्तिशाली है अगर मेगापिक्सल में बात करें तो ये 576 मेगापिक्सल का होता है।
- हमलोग लगभग एक बार में 0.4-0.5 सेकेंड्स तक अपना पालक झपकाते है जब आप अपना पालक झपकाते तो हमारे सामने अंधेरा छा जाता है पर ये इतना कम समय के लिए होता है की हमे पता भी नहीं चलता.एक दिन में हमलोग लगभग 28000 बार पलक झपकाते है अगर हम इसे जोड़ दे तो पूरे दिन में हम लगभग 30 मिनटों तक अंधेरे में रहते है और पूरी जिंदगी में पांच साल हमलोग पलक झपकाने के चलते अंधेरे में रहते है।
- हमारी आंखे एक करोड़ रंगों को पहचान लेती है लेकिन कुछ ऐसे रंग भी है जिन्हें हमारी आँखे नही पहचान पाती है।
- इंसानी आंखे जन्म से लेकर मृत्यु तक सदा बराबर रहती है पर उम्र बढ़ने के साथ आंखों का लेंस मोटा होता जाता है जिनके बाद सामान्य 40 के बाद चश्मे की जरूरत होती है और बिना चश्मे के धुंधला दिखाई देता है।
- यदि आपकी आंख में कोई स्क्रेच हो जाता है तो कार्निया उसको दो दिन के अंदर ठीक कर देता है और कार्निया हमारे शरीर का इकलौता ऐसा हिस्सा है जिसमे रक्तवाहिका नही होती इसी कारण से कार्निया को ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होती है.
- मनुष्य और शार्कों के कार्निया की बनावट और गुण लगभग एक जैसी ही होती है इसीलिए मनुष्य और शार्कों के कार्निया को सर्जरी करके बदला जा सकता है।