किसने किया था हवाई जहाज का अविष्कार, जानें इससे जुड़े रोचक तथ्य

हवाई जहाज एक ऐसा यान है जो वायु में अपने इंजन के द्वारा गति मिलने पर हवा में उड़ता है। हवाई जहाज के आकार में होते है इनका मुख्य उपयोग लोगो को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने में किया जाता है इसके अलावा वस्तुओं को ढोने और सेना, अनुसंधान कार्यो आदि में किया जाता है। आज हम इस लेख में हवाई जहाज से जुड़ी जानकारियां और कई तथ्यों के बारे में बात करेंगे।
कौन किया था हवाई जहाज का आविष्कार
आधुनिक हवाई जहाज को सबसे पहले राइट बन्धु ने वर्ष 1903 को बनाया था जो कि संयुक्त राज्य अमेरिका के रहने वाले थे। जिस समय इनके मन मे हवाई जहाज बनाने का खयाल आया तब ये सिर्फ 11 साल के थे जब ये पहला जहाज बनाये तब उसे पूरी तरह से कंट्रोल नही किया जा सकता था लेकिन साल 1905 में राइट फ्लेयर 3 बनाया जिसे पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सकता था। वर्ष 1906 में अल्बेर्टों सेंटोस डुमोंट ने पहला हवाई जहाज बनाया जिसे 22 सेकंड में 220 मीटर ऊंचा ले जाकर विश्व कीर्तिमान बनाया।
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हवाई जहाज से जुड़े कुछ रोचक तथ्य-
  • पहले के जमाने मे पानी के जहाजों के साइड में लोग हरा और लाल रंग का उपयोग करते थे जिससे दूर से या फिर कोहरा में भी पता चल जाता था कि आगे जहाज है और एक दूसरे से टकराने से बच जाता था और बाद में इसी कॉन्सेप्ट को हवाई जहाज में इस्तेमाल किया जाने लगा। यदि आप रात में हवाई जहाज को देखेंगे को आपको हरा और लाल लाइट्स चमकती हुई दिखाई देंगी इस लाइट्स को पोजिशन्स लाइट्स कहा जाता है.
  • यदि हवाई जहाज हवा में उड़ रहा है और उसमें से किसी यात्री की तबियत अचानक खराब हो जाती है तो बाकी बचे यात्रियों में से अगर कोई डॉक्टर है तो उसी का मदद लिया जाता है हालात का जायजा लेने के लिए यदि उस मरीज को तुरंत ही हॉस्पिटल की जरूरत है तो प्लेन को अपने किसी आसपास के रनवे पर उतार दिया जाएगा और ऐसा करने के लिए जहाज के ईंधन को डंप करना होता है क्योकि जहाज को अपने तय दूरी से पहले उतरना होता है जिससे उसका ईंधन खपत नही हो पाता है और ज्यादा ईंधन के साथ प्लेन को उतारना खतरनाक साबित हो सकता है.
  • पुराने जमाने मे आज जहाज को उड़ने और लैंड करने के लिए रनवे नही हुआ करता था उस समय प्लेन को समतल मैदान में टेकऑफ या लैंड कराया जाता था लेकिन उस समय ये पता नहीं चलता था कि वो मैदान कहाँ है पायलट को ये पता नही चल पाता था कि वो लोकेशन कहाँ है इसीलिए बड़े बड़े पहाड़ो में निशान लगा दिया जाता था जिसे एयरमार्कर कहते है।और बाद में धीरे धीरे रनवे बना।
  • आपको जानकर हैरानी होगी कि एक पायलट अलग अलग जहाज को नहीं उड़ा सकता है अगर कर भी सकता है तो इसे ऐसा करने की इजाजत नहीं दी जाती है।
  • हवाई जहाज में दोनों पायलटों को एक ही तरह का खाना नहीं खाने दिया जाता ऐसा इसलिए किया जाता है कि अगर किसी एक कि तबीयत खराब हो जाती है तो दूसरा उड़ान भर सकता है.

यदि आपको इससे जुड़े कोई सवाल है तो हमें कमेंट में जरूर बताएं।

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